हाँ यह एक भेंटवार्ता ऐसी है जो मैं छोड़ना नहीं चाहता, परन्तु छूट जाएगी, या यूँ कहें कि छोड़नी पड़ेगी(घर वालों से डंडे थोड़े ही खाने है न छोड़कर)। कदाचित् जिज्ञासु मन में यह प्रश्न उठा होगा कि कैसी भेंटवार्ता और क्यों छोड़नी पड़ रही है। तो भई बात है यह …..

दिनांक ६ मई २००६ को दिल्ली ब्लॉगर बिरादरी की ग्यारहवीं भेंटवार्ता होगी। अब इसमें क्या खास बात है, यह तो होती ही रहती है। तो भई बात यह है कि इस बार इसमें तीन बहुत ही खास व्यक्ति शिरकत कर रहें हैं जो कि दिल्ली तो क्या भारत के भी नहीं हैं। हाँ, वे तीनों महानुभाव हैं जूलियन सिड्डल, गारेथ मिचेल तथा बिल थॉम्पसन जो कि सीधे लंदन से तशरीफ़ ला रहे हैं।

जूलियन, बीबीसी वर्ल्ड सर्विस प्रोग्राम के कार्यक्रम, गो डिजिटल के निर्माता हैं तथा गारेथ उसी कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता हैं। वे यहाँ कार्यक्रम का भारत पर एक विशेष संस्करण शूट करने आ रहे हैं। भारत में बढ़ते ब्लॉग और ब्लॉगरों पर जूलियन का विशेष ध्यान होगा। वे ब्लॉगरों से “क्या आपके ब्लॉग की उपयोगिता या प्रभाव पर आपका कोई दृष्टिकोण है?”, “भारत में सूचना प्रद्यौगिकी की उपयोगिता और भविष्य के बारे में आपके क्या विचार हैं?” तथा “यह देश अक्सर टेक्नॉलोजी में सहसावृद्धि की पकड़ में दिखाई देता है, तो आपके अनुभव के अनुसार क्या यह सत्य है?” जैसे प्रश्नों के उत्तर जानने का प्रयास करेंगे।

तीसरे महानुभाव, बिल, ब्रिटेन में ब्लॉगिंग और इंटरनेट सक्रियता पर प्रभुता वाले अग्रणी लोगों में से एक हैं तथा योरोपियन संघ के सलाहकार भी हैं। उनका बीबीसी यूके की वेबसाईट पर नेट कमेंट नामक एक नियमित कॉलम भी है जिसमें वे इंटरनेट संबन्धी सलाह देते हैं। इस ब्लॉगर भेंटवार्ता में आकर वे सभी ब्लॉगरों के साथ ब्लॉगिंग और इंटरनेट सक्रियता पर अपने अनुभव तथा अपनी विशेषज्ञता बाँटेंगे।

तो यह खास-म-खास ब्लॉगर भेंटवार्ता इस सप्तांत पर, शनिवार ६ मई को सांयकाल ६ बजे होगी। स्थान के बारे में अभी कुछ अनिश्चितता है पर संभावित स्थान कनॉट प्लेस के बाहरी चक्र में स्थित कोस्टा कॉफ़ी है।

अब समस्या यह है कि उसी दिन मेरी फ़ुफ़ेरे भाई की शादी है। इसी कारण यह भेंटवार्ता मुझे छोड़नी पड़ेगी। वैसे यदि कोई मेरी राय जानना चाहे तो मैं तो यही कहूँगा कि ब्लॉगर भेंटवार्ता अधिक ज़रूरी है, शादी में क्या रखा है, वो तो सभी एक जैसी ही होती हैं, और वहाँ पर अपना तो कोई काम भी नहीं है। 😉 पर क्या करें, सगी बुआ के बेटे की शादी है, किसी दूर के रिश्तेदार या मित्र आदि की होती तो कोई बहाना आदि बना देते पर यहाँ ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि ऐसा करने पर घर के लोगों ने मिलकर पिटाई कर देनी है!! तो इसलिए एक ठंडी आह भर इस भेंटवार्ता को छोड़ देंगे और शादी में मौजूद रौनक और बढ़िया खाने आदि से ही तसल्ली कर लेंगे!! 🙁