जब से मैंने डिजिटल कैमरा लिया है, मैं उसे प्रयोग करने का अवसर तलाशता रहता हूँ!! और ऐसा हो भी क्यों न, आख़िरकार आधे महीने के वेतन से भी ज्यादा का यह कैमरा आख़िरकार मुझे पड़ा, बुरा हो आलसी-निठल्ले कस्टम अधिकारियों का!!
बहरहाल, आजकल वीडियो ब्लॉगिंग का चलन निकल पड़ा है। इससे पहले आए आडियो ब्लॉग जहाँ ब्लॉगर कुछ लिखने के बजाय एक आडियो फ़ाईल अपने ब्लॉग पर डाल देता था जिसे कि लोग सुन सकें, तो ब्लॉगर के विचार पढ़ने के बजाय दर्शक उन्हे सुन सकते थे। परन्तु यदि ब्लॉगर चाहे तो कुछ लिख भी सकता था, न लिखने का कोई नियम नहीं है!! ठीक ऐसी ही प्रणाली वीडियो ब्लॉगिंग की है, फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि आडियो की जगह ले लेता है वीडियो।
मैं अभी सोने ही जा रहा था कि मेरे दिमाग में एक विचार कौंधा, क्यों न मैं भी वीडियो ब्लॉगिंग शुरू करूँ!! जहाँ तक मेरी जानकारी है, भारत में अभी इसने चलन नहीं पकड़ा है जिसका एक कारण संभवत: यह भी है कि यहाँ अधिक गति वाले ईन्टरनेट संपर्क का ख़र्च वहन करने की क्षमता हर उपयोगकर्ता में नहीं है जैसी कि पश्चिमी देशों(अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन आदि) और पूर्वी देशों(जापान, दक्षिणी कोरिया, मलेशिया आदि) में है, क्योंकि वहाँ ईन्टरनेट कंपनियाँ ऐसी ठगाई नहीं करती जैसी यहाँ की कंपनियाँ करती हैं!! दूसरा कारण हो सकता है सर्वर और बैंडविडत्थ की समस्या, क्योंकि आमतौर पर वीडियो अधिक भारी होती हैं(कुछ से लेकर कई मेगाबाईट तक)।
मेरे सामने हैं तो यही दो समस्याएँ परन्तु पहली कठिनाई का हल तो यह है कि मेरे पास 128 किलो बिट्स प्रति सेकंड का ईन्टरनेट कनेक्शन है और मैं वीडियो रात्रि को सर्वर पर चढ़ने के लिए लगाकर सो सकता हूँ, सुबह तक मामला निपट जाने के अधिकतम आसार हैं यदि संपर्क रात्रि में टूटता नहीं है। अब रही दूसरी समस्या, तो उसका समाधान यह है कि आजकल बहुत सी ऐसी वेबसाईटें हैं जो कि मुफ़्त में आपको अपने आडियो-वीडियो आदि अपने सर्वर पर चढ़ा कर प्रयोग करने देती हैं, और बहुत सी तो सीधे सीधे वीडियो ब्लॉगिंग सेवा ही मुफ़्त में उपलब्ध करा रहीं हैं। मैं ऐसी कुच्छेक वेबसाईटों को जानता हूँ, तो बस अब मुझे केवल यह करना है कि उनमे से एक अच्छी सी ऐसी मुफ़्त सेवा को ढ़ूँढ़ना है और लॉग आन करना है!! 😉
तो बस प्रतीक्षा है एक उपयुक्त वेबसाईट के मिलने की!! 🙂
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