जिसे ढ़ूँढ़ता हूँ मैं हर कहीं, जो मिली थी मुझे एक बार कहीं, जिसके प्यार पर है मुझे यकीन, वो लड़की है कहाँ??
नहीं, यह मैं अपने लिए नहीं कह रहा, इसलिए किसी भ्रम में न पड़ें!! 😉 बात तो यह है कि ऐसा यकीनन सोच रहे होंगे कनाडा के मार्क ला चांस जो गए तो थे क्यूबा में छुट्टियाँ मनाने, पर दिल दे बैठे बेल्जियम की सैबाइन को। साथ साथ घूमते हुए छुट्टियाँ तो समाप्त हो गई पर शर्मीले मार्क सैबाइन का पता या फ़ोन नंबर पूछना भूल गए। अब बेल्जियम की टेलीफ़ोन डायरेक्टरी में दर्ज हर सैबाइन नाम की लड़की को चिठ्ठी लिखने वाले हैं कि ताकि उनकी प्रेमिका उन्हें मिल जाए। (स्रोत)
यकीनन आपका कहने का मन करेगा कि “वाह, क्या आशिक है”, परन्तु मैं यह कहने के बजाय मैं यह सोच रहा हूँ कि यदि सैबाइन के घर में लगा फ़ोन उसके नाम से न हुआ तो? भारतीय आशिक ऐसी हरकत करने की गलती नहीं करेंगे क्योंकि यहाँ अमूमन लड़कियाँ अपने घर-परिवार के साथ रहती हैं और फ़ोन उनके नाम से नहीं लगे होते, तो ज़ाहिर है कि टेलीफ़ोन डायरेक्टरी में उसका नाम नहीं होगा। तो यदि मार्क को इस तरह सैबाइन नहीं मिली तो वे क्या करेंगे? घर घर जा कर पता करेंगे? 😉
बहरहाल मैं आशा करता हूँ कि ऐसी नौबत नहीं आएगी और मार्क को उनकी प्रेमिका मिल जाएगी!! 🙂
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