….. पहले से बेहतर और तीव्र !!!

अरे पूछो तो सही क्या आ रहा है!! चलो बताए देते हैं। हम बात कर रहे हैं नारद की। नारद जी नाराज़ होकर बैकुन्ठ धाम चले गए थे नारायण नारायण भजते हुए, किन्हीं अज्ञात और गोपनीय कारणों के तहत उनका मन खिन्न हो गया था और इसलिए वापस न आने की ठाने लिए थे!! अब उन कारणों की तो खैर अभी छोड़िए, वापस आना अधिक महत्वपूर्ण था, इसलिए नए रूप में जल्द ही सभी के सामने प्रकट होगा हर दिल अज़ीज़ लोकप्रिय हिन्दी ब्लॉग एग्रीगेटर – नारद

अब हो सकता है कि सफ़ेदी की चमकार वाले साबुन के विज्ञापन वाले बोमन ईरानी की भांति कोई पूछ ले कि भई सबूत है क्या!! वैसे तो ऐसा होता नहीं लेकिन आजकल सभी कुछ संभव है, जैसे कुछ लोगों ने तो कुछ दिन पहले कदाचित्‌ घोषणा ही कर दी थी कि नारद का अस्तित्व समाप्त हो गया है, नारद एक भूली बिसरी याद बन रह गया है। तो इसलिए जनाब सबूत भी है, वह आप नारद पर जाकर स्वयं देख सकते हैं, नारद से नवीनतम ब्लॉग प्रविष्टियों की फ़ीड जनता जनार्दन के लिए उपलब्ध करा दी गई है और इसका वेब इंटरफ़ेस (interface) भी शीघ्र ही आम जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगा (फिलहाल मेकअप आदि के आखिरी दौर से गुज़र रहा है)। तो जिन बंधुओं ने नारद के ओके टाटा बॉय बॉय की घोषणा की थी उनसे खासतौर से सप्रेम निवेदन है कि थोड़ी प्रतीक्षा और करें, तीव्र गति से नारद जी जनता के सामने पेश होने के लिए आ रहे हैं, थामे रहिए अपने दिल और उसकी धड़कनें!! 😀