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यह आइडिया पंगेबाज का है। अब देखो वो तुम पर ठोंक देगा एक मुकदमा कापीराइट का।
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अब आपके ईमेल में, इस तरह की सूचनाऐं भेजी जायेगी।
सर्वजनिक रूप से व्हिप जारी किया जा रहा है। 🙂
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लेकिन ये गलत बात है ये आईडिया हमारा नही है.वो तो हम कुछ लोगो को जो स्पैम मे डालने की धमकिया देते रहते है को छेडने और उनका स्पैम मे डालने वाला शौक पूरा करने के लिये करते है,अब जिनके मेल बाक्स खाली रहते है वही तो बार बार घोषणा मे लगे है भाइ मेरे पास मेल आई तो ..पर सच है उन्हे मेल आती कहा है…:)
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बाबाजी के पास किस पास किस ब्राण्ड के गंगाजल की बातल पड़ी है 🙂
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भाया सुरेश चिपलूनकर जी और कवि कुलवन्त जी को भी लगता है आपके ही बाबा जी ने यह आइडिया दिया है :(अब बाबा से कहो हमे भी कोई आइडिया दे ।
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कवियों की हिम्मत देखिए,फिर भी बिचारे लिख रहे हैं .
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“कवियों की हिम्मत देखिए,फिर भी बिचारे लिख रहे हैं .”
🙂
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सही में, ये ई-मेल मार्केटिंग बन्द होनी चाहिये.
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हम्म, लगता है सारे ब्लॉगर कवि इन्हीं बाबा जी से फार्मूला लेकर आए हैं। ये बाबा जी कहाँ रहते हैं, गुर्रर्र… 👿
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बहुत बुरी बात है, अमित जी
यहाँ हम पहले ही परेशान है कि लोग चैट में परेशान करते हैं अब आप इन्हें नित्य नये नये तरीके सिखा रहे हैं। 🙁 -
हम लिख लिख परेशान हैं कि ऐसा मत करो भाई और आप ५०१ जमा कर वही आईडिया टिका रहे हो लोगों को. सोचता हूँ नया ईमेल खाता खोल लूँ. 🙂
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बाबाजी के पास किस पास किस ब्राण्ड के गंगाजल की बातल पड़ी है
अरे जिस भी ब्रांड की पड़ी हो, आप थोड़े ही बाबा जी हो, शौक भी नहीं फरमाते, तो काहे जानना चाहते हो!! 😉 वैसे ई तो जैक डैनियल ग्रीन लेबल दिखे है!! 😉
अब बाबा से कहो हमे भी कोई आइडिया दे ।
अजी हम कहाँ से दें, हम कोई बाबा जी के सेक्रेटरी या चेले-चपाटे थोड़े ही हैं। आप स्वयं ही बाबा जी से पूछिए, वही आपको उपाय और फीस…..अरर्र….. मेरा मतलब दक्षिणा बताएँगे!! 😉
कवियों की हिम्मत देखिए,फिर भी बिचारे लिख रहे हैं .
हा हा हा!! हाँ जी, अब यही तो समझ नहीं आता कि कौन सी हिम्मत की घुट्टी पीते हैं!! 😉
ये बाबा जी कहाँ रहते हैं, गुर्रर्र…
भाया , इरादे थारे ठीक न लगे हैं मन्ने!! 😛
सोचता हूँ नया ईमेल खाता खोल लूँ.
कितने खोलोगे जी!! 😉
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