राजा कैफे में सुबह का अंग्रेज़ी नाश्ता किया – फ्रैन्च टोसट, फ्रैन्च फ्राईज़, पैनकेक विद जैम, काली कॉफ़ी और अंत में चॉकलेट केक – आहा यम-यम!!
On 10, Oct 2008 | 3 Comments | In कतरन | By amit
चार दिन की छुट्टी पर खजुराहो और ओरछा की यात्रा पर। कंप्यूटर की अनुपलब्धता के कारण ईमेल तथा टिप्पणियों के उत्तर देना संभव न होगा।
On 10, Oct 2008 | 3 Comments | In कतरन | By amit
धूप निकल आई है परन्तु हौले-2 आने वाला शीतल हवा का झोंका गर्मी का एहसास नहीं होने देता। विश्वनाथ मंदिर के सामने बैठ सुकून महसूस हो रहा है।
On 10, Oct 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
सुबह सवेरे खजुराहो के मंदिरों के बीच – आहा, हर लम्हा एक युग समान लगता है, कल्पना की उड़ान 1000 व्रष पूर्व चंदेलों के समय में ले जाती है!!
On 09, Oct 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
राजा कैफ़े में खाना एकदम मस्त है, सब साथियों ने ओवरईट कर लिया!! 😉
On 09, Oct 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
इस समय 2 स्विस बंदियों द्वारा चलाए जा रहे एक स्विस कैफ़े – राजा कैफ़े – में रात्रि भोजन। यहाँ खाना अच्छा है।
On 09, Oct 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
पश्चिमी मंदिर समूह के पास मौजूद तालाब पर कुछ देर बैठे; रखरखाव के अभाव में तालाब की वाट लगी हुई है।
On 09, Oct 2008 | 2 Comments | In कतरन | By amit
अभी खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह पर होने वाले साउण्ड एण्ड लाइट शो को देखकर निकले हैं जो कि पिछली बार की ही भांति भव्य था, देखकर मज़ा आ गया।
On 09, Oct 2008 | 3 Comments | In कतरन | By amit
ट्रेन चली जा रही है, कोच में घुप्प अंधेरा है, सब सो रहे हैं। मुझे नींद नहीं आ रही इसलिए शर्मा जी के संगीत का आनंद लिया जा रहा है।
On 08, Oct 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
मोबाइल वाले सॉफ़्टवेयर में नुक्ता लगाने की कुँजी मिल गई – जय हो जय हो!!