पिछले सप्ताह छपा लेख टॉप के आवश्यक सॉफ़्टवेयर फोकट में ….. सब लिहाज़ से पूर्ण ही था, फिर भी मैंने आप सब से राय माँगी थी कि यदि कोई आम प्रयोग के लिहाज़ से आवश्यक सॉफ़्टवेयर छूट गया हो तो अवश्य बताएँ ताकि उसको भी इस सूचि में डाल दिया जाए, इस पर कुछेक सुझाव भी आए जिसके लिए जीतू भाई को धन्यवाद और अन्य टिप्पणीकर्ताओं को भी धन्यवाद जिन्होंने अपने अनुभव सभी के साथ बाँटे। इस लेख में एक आवश्यक सॉफ़्टवेयर मेरे ध्यान से निकल गया था जिस वजह से वह छप नहीं पाया, वह है टैराकॉपी जो कि विन्डोज़ के लिए एक ड्राईवर है जिससे बड़ी फाइलों को कॉपी-पेस्ट (copy-paste) करने में काफ़ी कम समय लगता है। इसको लेख में अब जोड़ दिया गया है और आप इसके बारे में यहाँ पढ़ सकते हैं।
On 05, May 2008 | 4 Comments | In Technology, कतरन, टेक्नॉलोजी | By amit
अमरीका को खरीदना चाहते हैं? जी हाँ, बिलकुल खरीद सकते हैं!! डोमेन नाम अमेरिका.कॉम (america.com) की नीलामी 22 मई 2008 को शुरु होगी और 29 मई 2008 तक चलेगी। इसकी आरक्षित कीमत दस लाख अमेरिकी डॉलर रखी गई है जिसका अर्थ है कि इसका मौजूदा मालिक इसको इस कीमत से कम में नहीं बेचेगा और यदि नीलामी में इतनी कीमत नहीं पहुँची तो बिना बिक्री के नीलामी समाप्त हो जाएगी!! वैसे मुझे नहीं लगता कि इसके मौजूद मालिक को कोई टेन्शन होनी चाहिए, नीलामी में इस डोमेन की बोली दस लाख डॉलर से ऊपर पहुँच ही जाएगी; देखने वाली बात तो यह होगी कि इसको खरीदता कौन है!! 😉
टॉप के आवश्यक सॉफ़्टवेयर फोकट में .....
On 05, May 2008 | 15 Comments | In Technology, टेक्नॉलोजी | By amit
बिल्लू दी खिड़की यानि कि माइक्रोसॉफ़्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) प्रयोग करते हैं लेकिन सॉफ़्टवेयरों पर पैसे नहीं खर्चना चाहते? तब तो आपके पास दो ही रास्ते हैं, या तो पॉयरेटिड सॉफ़्टवेयर (pirated software) प्रयोग करें या फिर फोकटी सॉफ़्टवेयर (free software) प्रयोग करें। लेकिन पॉयरेटिड सॉफ़्टवेयर क्यों प्रयोग करते हैं, विन्डोज़ के लिए बहुत से फोकटी जुगाड़ उपलब्ध हैं जो कि एकदम टका-टक चलते हैं। आईये देखें आवश्यक कामों को अंजाम देने वाले इन फ्री के जुगाड़ों को:
On 02, May 2008 | 2 Comments | In Sports, कतरन, खेल | By amit
आज दिल्ली डेयरडेविल्स भिड़ेंगे चेन्नई सुपर किंग्स से। सौ टके का सवाल ये है कि क्या डेयरडेविल्स रोक पाएँगे सबको रौंदते चले आ रहे सुपर किंग्स के विजय रथ को? क्या आज सुपर किंग्स की हार का खाता खुलेगा या डेयरडेविल्स का नाम भी रौंदी गई टीमों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएगा? पहले मैच के बाद डेयरडेविल्स से अभी तक सभी तीनों मैच जीते हैं और सुपर किंग्स ने तो अभी पराजय का मुँह देखा ही नहीं है!! मैग्रा बनाम मुरली तथा वीरु बनाम माही की भिंड़त देखने वाली होगी!!
यूज़र जेनरेटिड नहीं, ये है चोरी का माल!!
On 02, May 2008 | 2 Comments | In Mindless Rants, फ़ालतू बड़बड़ | By amit
लगभग 6 वर्ष पूर्व एक वेब संबन्धी तकनीकी वेबसाइट(जहाँ मैं वेब तकनीक आदि संबन्धी बढ़िया लेख पढ़ने जाया करता था) पर मैंने एक लेख में पढ़ा था कि इंटरनेट पर कॉनटेन्ट इज़ किंग (content is king) यानि कि पढ़ने/देखने/सुनने लायक बढ़िया मसाला ही बादशाह है। ऐसा नहीं है कि यह बात टीवी चैनलों या फिल्मों पर लागू नहीं होती पर वहाँ शाहरुख और आमिर खान के नाम से या बिपाशा अथवा कैटरीना को देखने जाने वाले लोगों की संख्या अच्छी खासी होती है। इंटरनेट पर भी ऐसा है जहाँ प्रतिष्ठित वेबसाइटों के पास नियमित पाठक/दर्शक/श्रोता हैं लेकिन इंटरनेट पर मामला थोड़ा अलग हो जाता है सर्च-इंजनों के कारण जो कि किसी भी व्यक्ति को हज़ारों लाखों करोड़ों वेबसाइटों पर एक क्लिक में माल-मसाला ढूँढने की क्षमता प्रदान करते हैं।
On 01, May 2008 | 3 Comments | In Sports, कतरन, खेल | By amit
एक ओर पिटी थकी कोलकाता की टीम और दूसरी ओर मास्टर स्पिनर वार्न के नेतृत्व में जीतती आ रही जयपुर की टीम – तपती गर्मी में मैच रोमांचक होगा!!
On 30, Apr 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
साठ के दशक की मशहूर ड्रग एलएसडी (LSD) के आविष्कारक एलबर्ट हॉफमैन का स्विट्ज़रलैन्ड में निधन हो गया – http://is.gd/avb – एलएसडी एक अति-तीव्र दिमाग पर असर करने वाली ड्रग है जिसका प्रयोग कई देशों में निषिद्ध है। रसायनशास्त्री हॉफमैन ने इसका अविष्कार साठ वर्ष पूर्व अनजाने में किया था जब वे एक फफूंद (fungus) पर शोध कर रहे थे।
On 30, Apr 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
सुरक्षा एजेन्सियों की सहायता के लिए माइक्रोसॉफ़्ट ने अपने एनक्रिप्शन सॉफ़्टवेयर बिटलॉकर के एनक्रिप्शन को बाईपास करने के लिए COFEE नामक सॉफ़्टवेयर बनाया है जो वह सुरक्षा एजेन्सियों को फोकट में दे रहा है। http://is.gd/atP
इस सब का कारण यह बताया जा रहा है कि इस सॉफ़्टवेयर की सहायता से सुरक्षा एजेन्सियाँ उन अपराधियों को दबोच सकेंगी जो अपनी गतिविधियों संबन्धित जानकारी अपने साथियों को एनक्रिप्ट करके भेजते हैं। पर सोचने वाली बात यह है कि क्या अपराधियों के पास माइक्रोसॉफ़्ट के बिटलॉकर के अतिरिक्त कोई अन्य उपाय नहीं है क्या? बहुतेरे एनक्रिप्शन के जुगाड़ इंटरनेट पर उपलब्ध हैं, काहे कोई अपराधी अब बिटलॉकर को प्रयोग करेगा? और एनक्रिप्शन का जुगाड़ बनाना कोई बहुत मुश्किल भी तो नहीं है, पैसा फेंको और बहुत से फ्रीलांस सॉफ़्टवेयर इंजीनियर मिल जाएँगे ऐसा जुगाड़ बनाने के लिए!!
On 30, Apr 2008 | No Comments | In कतरन | By amit
विन्डोज़ एक्सपी के सर्विसपैक 3 की प्रतीक्षा की घड़ी और बढ़ गई है – कुछ बग मिलने के कारण इसके लिए थोड़ी और प्रतीक्षा करनी होगी – http://is.gd/auQ
On 30, Apr 2008 | 5 Comments | In कतरन | By amit
स्काइप अब मोबाइल पर भी, अंतर्राष्ट्रीय कॉल इससे काफ़ी सस्ती पड़ेंगी – अभी यह भारत में नहीं आया है, जल्द आए तो मज़ा आ जाए – http://is.gd/amP