श्रीश ने कहा कि डोमेन आदि कैसे लें इस पर मैं एक लेख लिखूं तो आज समय मिलने पर मैंने सोचा कि चलो इस काम को भी निपटा दिया जाए। 😉 वैसे मैंने इस पर कोई दो वर्ष पहले अंग्रेज़ी में लिखा था – Shopping for a Domain? How to? – तो सोचा कि उसी से माल मसाला लेकर आज के हिसाब से अपडेट कर छाप देते हैं!! 😉 तो प्रस्तुत है जो मुझसे बन पाया। 🙂
क्या आप अपनी निजी या शौकिया या व्यवसायिक वेबसाइट के लिए डोमेन लेने की सोच रहे हैं? यदि हाँ और यदि इससे पहले कभी आपने डोमेन नहीं लिया है तो जेब ढीली करने से पहले इस संबन्ध में जानकारी प्राप्त करना आपके हित में है। पहला कदम सोच-समझ कर उठाना लाभकारी भविष्य की निशानी होता है। 🙂
आपका डोमेन इंटरनेट पर ठीक उसी तरह है जिस तरह वास्तविक दुनिया में आपके घर/ऑफिस का पता। आप लोगों पर अच्छा प्रभाव डालना चाहते हैं, आप नहीं चाहते कि लोग आपके बारे में गलत राय कायम करें। इसलिए आप यथासंभव किसी अच्छे मोहल्ले या ऑफिस कॉम्पलेक्स में अपना घर/ऑफिस कायम करते हैं। यही बात आपके डोमेन पर भी लागू होती है, वह भी अच्छा होना चाहिए। आपका डोमेन आकर्षक होना चाहिए ताकि लोग उसके प्रति आकर्षित हों। वह याद करने में भी आसान होना चाहिए ताकि लोगों को उसको खोलने के लिए आपके बिज़नेस कार्ड या कागज़ के उस छोटे टुकड़े को बार-२ न देखना पड़े जिस पर आपका डोमेन लिखा है। तो डोमेन लेते समय इन बातों का ख्याल रखना चाहिए:
- यदि डोमेन व्यवसायिक है तो उसमें आपके व्यवसाय की छवि झलकनी चाहिए। यदि आपका खिलौनों का व्यवसाय है तो खाने-पीने से संबन्धित डोमेन लेने का आपके व्यवसाय को कोई लाभ नहीं होगा।
- डोमेन नाम अश्लील या भद्दा नहीं होना चाहिए, खास तौर से तब जब आप डोमेन अपने व्यवसाय के लिए ले रहे हैं, यदि आप जानते-बूझते हुए ऐसा नहीं चाहते।
- डोमेन नाम लुभावना होना चाहिए ताकि लोग उसको देखने के लिए आकर्षित हों।
- याद रखने हेतु आसान होना चाहिए ताकि लोगों को याद रहे।
- यदि छोटा हो तो बढ़िया है, लेकिन कोई आवश्यक नहीं कि छोटे नाम याद रहें, कई बार कुछ बड़े नाम छोटे नामों के मुकाबले अधिक आसान होते हैं।
- डोमेन कीवर्ड(keyword) से भरा हुआ न लें। कुछ सर्च इन्जन ऑप्टिमाईज़ेशन(SEO) वाले मेरी इस बात से इत्तेफ़ाक नहीं रखते, लेकिन मेरा मानना है कि आप वेबसाइट लोगों के लिए बनाते हैं, सर्च इन्जनों के लिए नहीं, इसलिए सर्च इन्जनों की खातिर अपने डोमेन में कीवर्ड भर उसे कठिन न बनाएँ। यदि उसको आसान रखते हुए कीवर्ड वाला ले सकते हैं तो अवश्य लें।
अब जबकि आपके पास यह लिस्ट है जो आपको बताती है कि किस प्रकार अपने डोमेन का चुनाव करें, तो आपको अधिक कठिनाई नहीं होगी अपने डोमेन का चुनाव करने में। मैं सुझाव दूँगा कि आप कम से कम 4-5 डोमेन सोच के रखें, क्योंकि अच्छा डोमेन मिलना उसी प्रकार कठिन होता जा रहा है जिस प्रकार महानगरों में मकान मिलना। 😉 अब नाम का चुनाव करने के साथ आपको टीएलडी(TLD – Top Level Domain), जैसे कि .COM, .NET, .ORG आदि, का भी चुनाव करना है। कई तरह के टीएलडी आज उपलब्ध हैं, कुछ आम टीएलडी के बारे में जानकारी निम्न है:
- .COM — यह आम और सबसे लोकप्रोय टीएलडी है जो कि कमर्शियल(commercial) संस्थाओं के लिए बनाया गया था। आज की तारीख में इसमें मनपसंद डोमेन मिलना सबसे कठिन है, इसलिए यदि आपके पास इसमें कोई अच्छा डोमेन है तो उसको किसी बहुमूल्य रत्न की तरह संभाल के रखिए।
- .NET — इंटरनेट पर दूसरे नंबर पर आने वाला यह टीएलडी इंटरनेट संबन्धी तकनीकी सेवाएँ आदि प्रदान कराने वाली कंपनियों के लिए बनाया गया था।
- .ORG — यह टीएलडी नॉन-प्रॉफिट(non-profit) संस्थाओं के लिए बनाया गया था।
- .INFO — यह टीएलडी जानकारी प्रदान करने वाली वेबसाइटों के लिए बनाया गया था।
- .BIZ — यह टीएलडी व्यवसायिक वेबसाइटों के लिए बनाया गया था।
इनके अतिरिक्त बहुत से अन्य टीएलडी भी आज के समय में उपलब्ध हैं, जैसे कि .EDU, .TV आदि। इसके अलावा देशों के अपने टीएलडी भी हैं जैसे भारत का .IN है, स्विटज़रलैन्ड का .CH, जर्मनी का .DE, इटली का .IT, कनाडा का .CA, संयुक्त राज्य अमेरिका का .US, सिंगापुर का .SG आदि।
यदि आप कुछ अरसे से इंटरनेट पर विचरण कर रहे हैं तो आपको यह तो समझ आ ही गया होगा कि कुछ अपवादों को छोड़ कोई आवश्यक नहीं कि किसी टीएलडी को जिस तरह की वेबसाइट के लिए बनाया गया उस पर उसी तरह की वेबसाइट हों। आपको बहुत सी निजी और कमर्शियल वेबसाइट .ORG पर भी मिलेंगी और .COM पर भी। इतने सारे टीएलडी उपलब्ध होने से कोई भी नया व्यक्ति चक्कर में पड़ जाएगा कि कौन से टीएलडी पर अपना डोमेन ले। मेरा सुझाव है कि सबसे पहले .COM पर अपने डोमेन की उपलब्धता देखें। यदि मिल जाता है तो ले लें, अन्यथा .NET/.ORG पर देखें और इस बात का ख्याल रखें कि .COM, .NET और .ORG इंटरनेट के तीन प्रमुख टीएलडी हैं। यदि आपका भाग्य ज़ोरों पर है और आपको इन तीनों में ही डोमेन मिल जाते हैं और यदि आप अपने व्यवसाय के लिए डोमेन ले रहे हैं तो हो सके तो तीनों ही ले लीजिए। डोमेन की उपलब्धता जाँचने के लिए आप किसी भी रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
अब जब आपका डोमेन निश्चित हो गया तो आपको यह निर्धारित करना है कि डोमेन कहाँ से या किस रजिस्ट्रार से रजिस्टर करवाया जाए। “डोमेन रजिस्ट्रार” वह संस्था होती है जो कि इंटरनेट नामों की माई-बाप आईकान्न(ICANN) द्वारा एक या अधिक टीएलडी में डोमेन रजिस्टर करने के लिए नियुक्त की गई होती है। इन रजिस्ट्रारों की संपूर्ण लिस्ट आप यहाँ देख सकते हैं। तो प्रश्न उठता है कि इतने सारे रजिस्ट्रारों में से आप किसे चुनें। आप उसी रजिस्ट्रार को चुनें जो भरोसे के लायक हो, अच्छी सर्विस प्रदान करने के लिए जो प्रसिद्ध हो। अब वेबहोस्टिंग.इन्फो की इस लिस्ट के मुताबिक मौजूदा 10 सबसे बड़े रजिस्ट्रार निम्न हैं:
- गो डैडी सॉफ़्टवेयर
- ईनोम
- नेटवर्क सोल्यूशन्स
- टुकाओ
- मेलबोर्न आईटी
- श्लुन्द एण्ड पार्टनर
- रजिस्टर.कॉम
- वाईल्ड वेस्ट डोमेन्स
- मोनिकर
- पब्लिक डोमेन रजिस्ट्री
जबकि पिछले सप्ताह में तेज़ी से बढ़ते रजिस्ट्रारों की रिपोर्ट में पहले 10 स्थान पर निम्न रजिस्ट्रार हैं:
- गो डैडी सॉफ़्टवेयर
- बेल्जिअमडोमेन्स.कॉम
- कैपिटल डोमेन्स.कॉम
- डोमेनडोरमैन.कॉम
- मेटाप्रेडिक्ट.कॉम
- मोनिकर
- डोमेन डिस्कवर
- श्लुन्द एण्ड पार्टनर
- ईनोम
- वाईल्ड वेस्ट डोमेन्स
कुछ रजिस्ट्रार स्वयं छुट्टे(रिटेल/retail) डोमेन नहीं रजिस्टर करते, वरन् रीसेलरों(reseller) द्वारा डोमेन बेचते हैं और कई स्वयं रजिस्टर करने के इतने अधिक पैसे माँगते हैं कि उससे कहीं सस्ता उन्हीं के किसी रीसेलर द्वारा पड़ता है। रजिस्ट्रारों में नेटवर्क सोल्यूशन्स और ईनोम सबसे पुराने रजिस्ट्रारों में से हैं लेकिन नेटवर्क सोल्यूशन्स के भाव बहुत उँचे हैं और इतने में डोमेन लेने का कोई लाभ नहीं। अब इनमें मैं गो-डैडी और ईनोम का सुझाव दूँगा, ईनोम से सीधे करवाना समझदारी नहीं है क्योंकि इनके भाव ऊँचे हैं इसलिए इनके किसी पुराने रीसेलर को पकड़िए और उनसे करवाईये। अप्रिय व्यक्तिगत अनुभव के कारण एनाआईसी(NIC) वाले रजिस्ट्रारों जैसे डॉयरेक्ट एनाआईसी(DirectNIC), ऑनलाईन एनाआईसी(OnlineNIC) आदि से दूर ही रहने की सलाह दूँगा, इनके दाम लोगों को लुभाने के लिए कम होते हैं लेकिन सर्विस इनकी बेहद टुच्ची होती है।
रजिस्ट्रार निर्धारित करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें:
- क्या रजिस्ट्रार विश्वास योग्य है? क्या वह नया है या पुराना खिलाड़ी है? छोटा खिलाड़ी है या बड़ा?
- क्या वह अच्छी सर्विस प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है? लोग, उसके पुराने ग्राहक और मौजूदा ग्राहक क्या कहते हैं उसके बारे में?
- क्या इसके भाव उचित हैं? (अन्य रजिस्ट्रारों से भाव मिलान कर लें)
- क्या वह अपने डोमेन कंट्रोल पैनल में निम्न सुविधाएँ उपलब्ध करवाता है:
- मुफ़्त और असीमित बार डीएनएस(DNS)/नेमसर्वर(nameserver) में बदलाव
- मुफ़्त और असीमित बार निजी जानकारी आदि का बदलाव
- मुफ़्त यूआरएल(url) फॉर्वडिन्ग(forwarding)
- मुफ़्त ईमेल फॉर्वडिन्ग(forwarding)
यदि वह पहली दो में से एक भी नहीं देता तो कोई दूसरा रजिस्ट्रार देखिए, और यदि वह पहली तीन या चारों सेवाएँ प्रदान करता है तो वह विचार योग्य है।
- क्या वह डोमेन आपके नाम से रजिस्टर करता है? डोमेन आपके नाम से हो यह आवश्यक है।
यदि इन सबके उत्तर हाँ में हैं तो आप उस रजिस्ट्रार से अपना डोमेन ले सकते हैं, वह इस योग्य है।
ध्यान रखने योग्य कुछ बातें
इस सबके बाद मुद्दा उठता है भुगतान का। अमुक रजिस्ट्रार पैसे किस तरह लेता है। लगभग सभी रजिस्ट्रार क्रेडिट/डेबिट कार्ड द्वारा ऑनलाईन पैसे ले सकने में समर्थ होते हैं। कुछ रजिस्ट्रार कुछ विशिष्ट टीएलडी के लिए शर्तें आदि रखते हैं। जैसे, मेरी जानकारी अनुसार, .TV डोमेन कम से कम दो वर्षों के लिए रजिस्टर होता है। इसलिए इस बारे में भी अपने रजिस्ट्रार से बात साफ कर लें(अमूमन उनकी वेबसाइट पर यह सब लिखा होगा)। यह भी देखें कि एक से अधिक वर्षों के लिए रजिस्टर करवाने पर क्या आपको कोई छूट मिल रही है कि नहीं। यदि मिलती है तो जितना अधिक समयावधि के लिए आप रजिस्टर करवा सकें करवा लें।
यदि ऑनलाईन रजिस्टर करवा रहे हैं तो देखें कि क्या कोई कूपन आदि का प्रावधान है। यदि है तो इंटरनेट पर अमुक रजिस्ट्रार के डिसकाउंट कूपन आदि सर्च कर लें, गो-डैडी के बहुत से डिसकाउंट कूपन आपको इंटरनेट पर मिल जाएँगे। कुछ रजिस्ट्रार अधिक ही समझदार होते हैं, इसलिए उनके रजिस्टर करते समय डोमेन के पैसे कम होते हैं लेकिन रिन्यू करने पर अधिक माँगते हैं, इसका भी ध्यान रखें। ट्रान्स्फर आदि का भी देख लें कि ट्रान्स्फर करने के पैसे तो नहीं लेते, क्योंकि अमूमन रजिस्ट्रार बाहर जाते ट्रान्सफर के पैसे नहीं लेते, सिर्फ़ अंदर आते ट्रान्सफर के पैसे लेते हैं।
डोमेन लेना भी ठीक वैसा है जिस तरह आप वास्तविक दुनिया में कुछ खरीदते हैं, क्योंकि चाहे बेशक यह वर्चुअल वर्ल्ड(virtual world) में हो लेकिन पैसे तो आप असली ही दे रहे हैं, इसलिए सारी जानकारी प्राप्त कर खरीदना ही समझदारी वाला काम है। 🙂
Comments