हंगरी से लाई वाइन की बोतलें कल रात मित्रों के बीच खोली। ईग्री बिकावर (Egri Bikavér) लाल वाइन अपेक्षा अनुसार थोड़ी तगड़ी निकली, आम लाल वाइनों की भांति यह फुल बाडीड नहीं होती और थोड़ी स्पाईसी होती है, इसको चखने के बाद समझ आया कि लगभग पाँच सौ वर्ष पहले क्यों तुर्क सिपाहियों को लगा था कि इस वाइन में ईगर (Eger) वाले (हंगरी में वह जगह जहाँ यह वाइन बनती है और जिस पर तुर्क हमला करने आए थे) अवश्य ही सांड का खून मिलाते हैं और तभी से इस वाइन का नाम बुल्स ब्लड (Bull’s Blood) पड़ गया। जहाँ लाल वाइन तगड़ी थी वही टोकाए आस्ज़ू (Tokaji Aszú) सफ़ेद वाइन अमृत समान निकली, इसको पीकर समझ आया कि क्यों टोकाए वाइन्स को फ्रेन्च बादशाह लुई चौदह ने बादशाहों की वाइन का दर्जा दिया था! 😀 शैम्पेन जैसे सुनहरे रंग की यह वाइन मीठी होती है(और मैं तो सबसे कम मीठी लाया था) और इसकी कीमत इसकी मिठास के स्तर पर निर्भर करती है, जितनी अधिक मीठी उतनी अधिक महंगी!! 😉
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पूरी निपटा दिये कि एकाध बचा कर रखी है नवम्बर के लिए. 🙂
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