बस 2 घंटे का ऑफिस का काम और रह गया है, उसके बाद सप्ताह भर की छुट्टी। बॉस को कोई खासी प्रसन्नता नहीं है इस बात से, इसलिए क्योंकि वह भारतीय नहीं और मेरी तरह छुट्टी नहीं मना सकता, इसलिए हिटलरी हुक्म ज़ारी हुआ कि सप्ताह भर बेशक मौज ले लो लेकिन अगले सप्ताह शुक्रवार को तो काम करोगे ही साथ ही सप्ताहांत को भी करोगे!! इतना सारा काम पड़ा है और तुमको सप्ताह भर की मौज चाहिए जैसा भाव!! भागते चोर की लंगोट अच्छी के सिद्धांत में अपना विश्वास इसलिए हामी भर दी यह सोच कि चलो पहले सप्ताह भर का अवकाश तो मना ही लें, बाद की बाद में देखी जाएगी!! 😉

तो अब अपना दिमाग स्वतः ही लगा हुआ है सूचि बनाने में कि इस सप्ताह में क्या-२ कार्य निपटाने हैं, कौन-२ से कार्य हैं जो हो सकते हैं और फिर उनमें से कौन सा कितना महत्वपूर्ण है!! सबसे पहले तो मोबाइल फोन को फॉर्मेट मार के साफ़ करना है और दोबारा सैट करना है, बहुत कचरा डाल दिया है इस पर पिछले दो महीने में वो सब साफ़ किया जाएगा (ताकि नया कचरा आ सके)!! उसके बाद?? हुम्म….. दिमाग एनालाइज़ और प्रोसेस कर रहा है, बस डर यह है कि कहीं यही सब न करते रह जाए सप्ताह भर!! 😉