कुछ दिन पहले छापे लेख पढ़ें अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाएँ फोकट में ….. पर काकेश जी की टिप्पणी आई कि वे पत्रिका नहीं पढ़ पा रहे हैं। मुझे लगा कि ऐसे और भी पाठक हो सकते हैं जो लेख में मौजूद निर्देशों को न समझ पाए हों और इसलिए पत्रिकाएँ पढ़ने में असमर्थ हों, इसलिए सोचा कि इसकी स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके डाल दी जाए तो पाठकों को आसानी रहेगी समझने में कि इस जुगाड़ का प्रयोग कैसे करना है। तो इसलिए उस लेख में अब स्क्रीनकॉस्ट लगा दी गई है जिसे आप देख सकते हैं और जिससे आपको आसानी से समझ आ जाएगा कि इस जुगाड़ का लाभ कैसे उठाना है। :tup: तो यहाँ क्लिक कीजिए, लेख पढ़िए, वीडियो देखिए और जुगाड़ का लाभ उठाईये।
On 02, Jun 2008 | 2 Comments | In Here & There, इधर उधर की, कतरन | By amit
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ठीक है, वहीं जाते हैं क्लिलिया कर.
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