अभी एकाध दिन पहले आईपीएल के एक मैच के दौरान टीवी पर चैनल पलट रहा था तो किसी समाचार चैनल पर सुना कि युवराज सिंह ने कहा है कि वे भारतीय टीम के कप्तान बनना चाहते हैं, लेकिन उनकी धोनी से कोई प्रतियोगिता नहीं है!! लो कर लो बात, मौजूदा कप्तान कुंबले और धोनी हैं – टैस्ट टीम के कप्तान अनिल कुंबले और एक-दिवसीय तथा ट्वन्टी-२ के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी!! कैसे युवराज कप्तान बनने की इच्छा ज़ाहिर कर रहे हैं बिना प्रतियोगिता के? या वे कहना चाहते हैं कि धोनी नहीं वरन् कुंबले की जगह वे लेना चाहते हैं?
अब क्या कहें, यह खबर सुन हंसी ही छूट गई। चार दिन की चाँदनी और फिर काली रातों जैसे इस खिलाड़ी का टीम में तो स्थान पक्का है नहीं और ये शेखचिल्ली कप्तान बनने के ख़्वाब देख रहे हैं!! 🙄 लेकिन फिर समझ आया, यह सारा मामला भारतीय टीम में जगह पक्की करने का ही तो है!! अब एक बार कप्तान बन गए तो फिर थोड़े ही कोई टीम से निकालेगा, और ना ही टीम में स्थान बनाने के लिए नए रंगरूटों के मुकाबले बार-२ अपनी परफॉर्मेन्स दिखानी पड़ेगी, बस एक ही बार में जम के बैठ जाएँगे!! ना जी ना, कठिनाई से तो उस मनहूस कोच चैपल और गले की हड्डी बने कप्तान द्रविड़ से छुटकारा मिला, इस साँप को इतनी जल्दी दूसरा छछूंदर नहीं निगलना!! धोनी भईया ही बढ़िया कप्तानी कर रहे हैं और आपके मुकाबले न केवल अच्छा खेलते भी हैं वरन् कप्तान भी अच्छे हैं, आप तो प्रीति दी टीम ही संभालो जिसकी आखिरकार फटे गुब्बारे माफ़िक हवा धोनी भईया की टीम ने निकाल दी!! 😀
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