बंगलूरू में रवि रतलामी जी से हुई मुलाकात माइक्रोसॉफ़्ट की सॉफ़्टवेयर लोकलाइज़ेशन संबन्धित एक कॉन्फरेन्स के दौरान। बीयर वाली हवाई सेवा का अनुभव लगभग अच्छा रहा, वापसी की उड़ान में एक एयर होस्टेस ने मेरी सुईड जैकेट पर कॉफी गिरा दी। कोई और होता तो उसकी ऐसी की तैसी कर देता पर यहाँ भूल समझ मामला छोड़ दिया, जैकेट ड्राईक्लीन होने ही देनी है। 😉 तीन घंटे बैठ आराम से रवि जी से बातें की गई, शुएब बाबू को मिलने को कहा लेकिन संपर्क देरी से होने के कारण उनके आने का समय नहीं था, तो मुलाकात अगली बार के लिए टल गई।