जब हम दुनिया में आते हैं तो यह सोच रोते हैं कि हम मूर्खों की इस दुनिया में आ गए।
— विलियम शेक्सपीयर
अंधकार से हमें क्या काम, सूर्यमुखी की ही भांति देखें हम भी प्रकाश की ओर कि वही है उन्नति का मार्ग। बस यही है प्रण इस नए वर्ष का।
On 23, Sep 2009 | 10 Comments | In Some Thoughts, कुछ विचार | By amit
जब हम दुनिया में आते हैं तो यह सोच रोते हैं कि हम मूर्खों की इस दुनिया में आ गए।
— विलियम शेक्सपीयर
अंधकार से हमें क्या काम, सूर्यमुखी की ही भांति देखें हम भी प्रकाश की ओर कि वही है उन्नति का मार्ग। बस यही है प्रण इस नए वर्ष का।
सुरज की देखने की बात में दम है. :tup: बधाई.
janmdin ki hardik badhai………….
😎 OH जी हैप्पी बड्डे
janm din mubarak …………………
ओके, हम भी देखने का सतत प्रयास करेंगे जीवन के उजाले पक्ष का नजरिया!
जन्मदिन मुबारक!
The text is similar to what I had written on my sunflower pic 😀 nice!
हैप्पी बड्डे
Comments