पिछले माह जब इस ब्लॉग का साल भर पुराना आवरण बदला था तो रवि जी ने तो कह दिया था कि मसौदा पढ़ने में दिक्कत है क्योंकि गहरे रंग के पृष्ठाधार पर सफ़ेद रंग का पाठ कुछ खास पढ़े जा सकने वाला नहीं लग रहा था, एक तरह से आँखों में चुभ रहा था। कुछ अन्य लोगों ने भी इसकी शिकायत की और यह मामला जँच तो मुझे भी नहीं रहा था लेकिन वह आवरण कुछ आकर्षक सा लग रहा था, इसलिए उसको त्यागने से पहले एक बार उसी में सुधार करने का प्रयत्न किया। 😕 पाठ के रंग को कुछ कम चमकीला कर (सफ़ेद से स्लेटी के कुछ शेड पर जाकर) देखा, पहले के मुकाबले आँखों में चुभन कम थी लेकिन मामला संतोषजनक फिर भी नहीं था। 🙁
आखिरकार मन बना लिया उस आवरण को तजने का और खोज आरंभ की एक बढ़िया आवरण की। तमाम तरह के मुफ़्त आवरण देख डाले लेकिन मन को कोई न भाया, तो आखिरकार वर्डप्रैस की प्रीमियम थीम्स (premium themes) यानि कि डॉलर खर्चवाने वाले आवरणों की ओर रूख किया। कई आवरण तो ऐसे दिखे जो कि बिलकुल ही बाबा आदम के ज़माने सरीखे थे और जिनसे बेहतर तो फोकटी आवरण मिल जाएँ कई, विश्वास नहीं आया कि ऐसे आवरण बना के भी कोई बेच रहा है, न जाने कौन खरीदता होगा उनको। 😐 परन्तु खोजते-२ आखिरकार एक आवरण अपने को भा गया, तुरंत भुगतान किया और जाँच ब्लॉग पर स्थापित कर देखा। कई छोटी-२ चीज़ें गायब थी जो मुझे चाहिए थी, तो कस्टमाईज़ेशन (customization) का कार्य आरंभ हुआ।
पेश है घंटों की मेहनत के बाद अपने हिसाब से ढाला हुआ यह नया आवरण। 😎 इसके लिए डॉलर अधिक नहीं गए, खुशी है कि सस्ते में यह एक अच्छा आवरण मिल गया जो अपने को पसंद आया, जिसमें पाठ बड़े साइज़ का और साफ़ दिखता है, पृष्ठाधार हल्के रंग का है और पाठ का रंग गहरा है यानि कि पाठ सुगमता से पढ़ा जा सकता है। :tup:
क्या आपको यह आवरण पहले से बेहतर लगा? अपने विचार अवश्य व्यक्त करें, विचार व्यक्त करने का कोई शुल्क नहीं है!! 😀
इस आवरण में अभी कुछ छोटी मोटी काट-छाँट अवश्य करनी है। यदि आपको इस आवरण में कोई समस्या दिखाई देती है या आपका सामना किसी त्रुटि से होता है तो उसके बारे में अवश्य बताएँ, उस त्रुटि को सुधारने का पूरा प्रयत्न किया जाएगा! 🙂
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