….. और अक्ल? कदाचित् इतनी कि उसके होने पर ही संदेह हो!! क्या कभी किसी अन्य व्यक्ति के बारे में ऐसी अनुभूति हुई है? हो सकता है आपको न हुई हो पर मुझे कई बार हुई है। दिल्ली मनुष्यों का एक महासागर है, यहाँ हर आकार, प्रकार और विकार के लोग मिलते हैं।
उँगली की हड्डी उतर गई थी वह अब काफ़ी ठीक हो गई है, तकरीबन सत्तर प्रतिशत उँगली अब मुड़ जाती है, बाकी भी जल्द ही कुछ दिनों में गर्म पानी की सिकाई और दवा युक्त तेल की मसाज तथा उँगली की एक्सरसाइज़ से ठीक हो जाएगी ऐसा डॉक्टर साहब का कहना है। तो बस आज इसी खुशी में नानी जी के घर के बाहर एक महीने से खड़ी अपनी मोटरसाइकल ली और पेट्रोल डलवाने और एक चक्कर लगा आने की गरज से अपन निकले।