Image Image Image Image Image
Scroll to Top

To Top

देवताओं के ए खामोश नगर .....

ऐसे ही पिछले वर्ष छुट्टियों पर दिल्ली से बाहर की गई घुम्मकड़ी के दौरान ली गई तस्वीरें देख रहा था कि फरवरी में ली गई खजुराहो की तस्वीरें दिखाई दीं। एकाएक ही मन जैसे उन पूर्व-मध्यकालीन मंदिरों की उड़ान पर चला गया; उस समय हरिप्रसाद चौरसिया जी की बांसुरी के मधुर संगीत की स्वर लहरियाँ कानों से टकरा मानों जन्नत का सा एहसास करा रहीं थी। जब वहाँ पिछले वर्ष गया था तो पश्चिमी मंदिरों के समूह को देखने हम सुबह सवेरे गए थे, उस समय वहाँ अधिक पर्यटक नहीं थे, मंदिर के अंदर बैठने पर मानों ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सदियाँ बीत गई हों वहाँ बैठे-२ और पता ही नहीं चला, इतनी शांति थी हर ओर कि मन के सभी शोर जैसे उससे डर कर भाग गए थे!!

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , , , , , ,

ये फिल्म अभी बाकी है .....

पिछले कुछ समय में याहू सुर्खियों में रहा, कारण उसका खस्तेहाल होना, फिर माइक्रोसॉफ़्ट का उसको खरीदने का प्रस्ताव रखना और उसको याहू द्वारा ठुकरा दिया जाना था। माइक्रोसॉफ़्ट की ओर से होस्टाइल टेकओवर (hostile takeover) की अपेक्षा भी की जा रही थी लेकिन माइक्रोसॉफ़्ट ने ऐसी कोई कोशिश न करी और याहू द्वारा खरीद के प्रस्ताव को ठुकरा दिए जाने के बाद आराम से बैठ गई। लोगों ने सोचा कि मामला समाप्त हो गया, अब याहू वाले या तो वापस डॉलर छापना शुरु करेंगे या किसी और के हाथ बिकेंगे।

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , , , , , , ,

तलाश है एक डिज़ाइन की.....

एक लोगो (Logo) यानि कि प्रतीक चिन्ह सिर्फ़ एक चिन्ह ही नहीं होता, उसमें झलकना चाहिए उस कंपनी/संस्था का प्रतिबिंब, उसकी सोच, उसके विचार। आदर्श और सार्थक प्रतीक चिन्ह वही होते हैं जो अपनी कंपनी/संस्था के पर्यायवाची बन जाएँ, जो लोगों को उस कंपनी/संस्था से जोड़ सकें। वह आकर्षक भी होना चाहिए जो पहली नज़र में ही दर्शक की नज़रों को बाँध दे, वह ऐसा होना चाहिए जिसको कंपनी/संस्था कहीं भी आसानी से प्रयोग कर सके चाहे तो अपनी वेबसाइट पर या बिज़नेस कार्ड पर या अपनी अन्य स्टेशनरी पर या अपने विज्ञापनों में आदि। उसे कंपनी/संस्था की सकारात्मक छवि प्रक्षेपित करना चाहिए, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि वह कंपनी/संस्था की छवि हो; गाड़ियों वाली कंपनी का प्रतीक चिन्ह शीतलपेय का गिलास नहीं हो सकता!! 😉

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , ,

फट्टेहाल निर्माण एण्ड कंपनी.....

पिछले कई दिनों से यूपीए सरकार द्वारा टीवी पर ठेले जा रहे फालतू के विज्ञापनों ने टीवी देखना दुश्वार कर रखा था। जैसे ही यह फालतू विज्ञापन शुरु होता, मैच का सारा मज़ा किरकिरा हो जाता, खीज इतनी उठती कि मन करता कि कमबख्त टेलीविज़न को फोड़ डालूँ!! 😡 लेकिन फिर ऊपरी माले में समझ का प्रकाश फैलता कि काहे अपना खुद का नुकसान किया जाए, इस नाकारा अयोग्य सरकार को तो कोई फर्क पड़ेगा नहीं लेकिन नया टेलीविज़न लाने से मेरी जेब खामखा हल्की हो जाएगी!! 🙁

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , ,

मैं कप्तान बनना चाहता हूँ…..

अभी एकाध दिन पहले आईपीएल के एक मैच के दौरान टीवी पर चैनल पलट रहा था तो किसी समाचार चैनल पर सुना कि युवराज सिंह ने कहा है कि वे भारतीय टीम के कप्तान बनना चाहते हैं, लेकिन उनकी धोनी से कोई प्रतियोगिता नहीं है!! लो कर लो बात, मौजूदा कप्तान कुंबले और धोनी हैं – टैस्ट टीम के कप्तान अनिल कुंबले और एक-दिवसीय तथा ट्वन्टी-२ के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी!! कैसे युवराज कप्तान बनने की इच्छा ज़ाहिर कर रहे हैं बिना प्रतियोगिता के? या वे कहना चाहते हैं कि धोनी नहीं वरन्‌ कुंबले की जगह वे लेना चाहते हैं?

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , , , ,

कुछ दिन पहले छापे लेख पढ़ें अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाएँ फोकट में ….. पर काकेश जी की टिप्पणी आई कि वे पत्रिका नहीं पढ़ पा रहे हैं। मुझे लगा कि ऐसे और भी पाठक हो सकते हैं जो लेख में मौजूद निर्देशों को न समझ पाए हों और इसलिए पत्रिकाएँ पढ़ने में असमर्थ हों, इसलिए सोचा कि इसकी स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके डाल दी जाए तो पाठकों को आसानी रहेगी समझने में कि इस जुगाड़ का प्रयोग कैसे करना है। तो इसलिए उस लेख में अब स्क्रीनकॉस्ट लगा दी गई है जिसे आप देख सकते हैं और जिससे आपको आसानी से समझ आ जाएगा कि इस जुगाड़ का लाभ कैसे उठाना है। 🙂 :tup: तो यहाँ क्लिक कीजिए, लेख पढ़िए, वीडियो देखिए और जुगाड़ का लाभ उठाईये। 🙂

Tags | , , , , , , , , , , , , , , , ,

पढ़ें अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाएँ फोकट में .....

क्या आप पॉपुलर फोटोग्राफ़ी (Popular Photography), कार एण्ड ड्राईवर (Car and Driver), पीसी मैगज़ीन (PC Magazine), मैकवर्ल्ड (Macworld), लोनली प्लैनेट (Lonely Planet), रीडर्स डाइजेस्ट (Reader’s Digest) आदि पत्रिकाएँ फोकटी में पढ़ना चाहते हैं? या फिर प्लेब्वॉय (Playboy) अथवा पेन्टहाउस (Penthouse) जैसी व्यस्कों की पत्रिकाएँ मुफ़्त में पढ़ने के इच्छुक हैं? 😉 😀

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , ,

On 27, May 2008 | 3 Comments | In कतरन | By amit

ब्लॉग लिख $1000 इनाम पाने का अवसर – लाइमएक्सचेन्ज पर चल रही है प्रतियोगिता – आखिरी तारीख़ 31 मई 2008 – अधिक जानकारी यहाँ है http://is.gd/mjk

On 26, May 2008 | No Comments | In कतरन | By amit

कस्टम अधिकारी बनेंगे कॉपीराइट पुलिस – जाँचेंगे लैपटॉप आदि अनधिकृत और रिप्पड सीडी/डीवीडी के लिए – पुलिसिया समाज की शुरुआत? – http://is.gd/lNL

On 26, May 2008 | 2 Comments | In कतरन | By amit

यूट्यूब ने कौन से वीडियो अपनी साइट से मिटाए इसका लेखा जोखा रख रहा है एमआईटी का एक प्रोजेक्ट यूटूम्ब – http://youtomb.mit.edu/