Image Image Image Image Image
Scroll to Top

To Top

बाली एण्ड द बीचिज़ - भाग १

On 08, Mar 2014 | No Comments | In Wanderer, घुमक्कड़ | By amit

जैसा कि मेरे साथ प्रायः होता है, घूमने फिरने के कार्यक्रम एकाएक ही बनते हैं। लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हुआ, कह सकते हैं कि यह कुछ दुर्लभ अपवादों में से एक अपवाद था। पिछले वर्ष जुलाई-अगस्त में मित्र मण्डली एकत्र हुई और बातों ही बातों में बात उठी कि कहीं घूमने फ़िरने का मामला बनाया जाए, ऐसा वैसा भी नहीं, बकायदा विदेशी रंग होना चाहिए मामले में। कुछेक सुझाव प्रस्ताव कमेटी के सामने प्रस्तुत हुए और उनमें से स्निग्धा का कोह सामुई (थाईलैण्ड) (Koh Samui, Thailand) का प्रस्ताव पारित हुआ।

Click here to read full article »»

Tags | , , , , ,

संस्कार.....

कई लोगों को कहते सुना है कि संस्कार, बुद्धि आदि विरासत में नहीं मिलते। बुद्धि का तो कह नहीं सकता लेकिन संस्कार अवश्य विरासत में ही मिलते हैं। किसी भी बालक के पहले गुरु उसके माता पिता होते हैं। अच्छे बुरे को पहचानने का विवेक और उनमें अंतर समझ सकने योग्य संस्कार बालक को माता-पिता से ही मिलते हैं। उसके आस पास के लोग तो उसे प्रभावित करते ही हैं लेकिन माता-पिता की भूमिका अहम्‌ होती है।

Click here to read full article »»

Tags | , , , ,

ई-बुक और उसमें विकल्प

पिछले वर्ष मैंने ई-बुक्स के विषय में लिखा था कि कैसे आखिरकार कागज़ पर छपी किताबों का त्याग कर मैंने ई-बुक्स को अपनाया। उस समय कोई विकल्प उपलब्ध नहीं था, सिर्फ़ ऐमैज़ॉन (Amazon) का किण्डल (Kindle) ही ढंग का उपाय था। लेकिन किण्डल डिवाइस की जगह मैंने एण्ड्रॉय्ड टैबलेट को तरजीह दी, आखिर ऐमैज़ॉन किण्डल सॉफ़्टवेयर विण्डोज़ (Windows), मैक (Mac), एण्ड्रॉय्ड (Android), विण्डोज़ फोन (Windows Phone), आईफोन (iPhone), आईपैड (iPad) आदि सभी के लिए उपलब्ध है।

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , , , , , ,

ओ भईया, क्यों दें लगान .....

आमिर खान की लगान फिल्म में यह नारा था – ओ भईया क्यों दें लगान। वहाँ बात थी कि अंग्रेज़ हाकिमों को लगान क्यों दिया जाए जब उसके बदले में कुछ नहीं मिलता। तो ऐसे ही मन में आया कि आज के समय में हम टैक्स क्यों देते हैं? अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई में से एक हिस्सा टैक्स में देते हैं, जितनी अधिक मेहनत कर हम अधिक कमाते हैं उतना ही अधिक आयकर देते हैं। उसी तरह उस मेहनत की कमाई (जिस पर टैक्स ऑलरेडी दे चुके हैं) से कुछ खरीदते हैं तो सर्विस टैक्स और वैट (VAT) देते हैं। आखिर टैक्स देने से हमको क्या मिलता है?

Click here to read full article »»

Tags | , , ,

स्मार्टफोन स्मार्टली चुनें.....

कोई महीना भर पहले जीतू भाई ने स्मार्टफोन और टैबलेट खरीदने पर एक पोस्ट ठेली थी, पढ़ के लगा कि धर्मार्थ इसको और चमकाया जा सकता है, इसलिए जन सेवा हेतु इस पोस्ट को ठेला जा रहा है। (यह कतई न समझा जाए कि वीरान पड़े ब्लॉग में रौनक करने के लिए पोस्ट ठेली गई है)

यदि स्मार्टफोन की बात की जाए, तो क्या है यह स्मार्टफोन? स्मार्टफोन एक ऐसा मोबाइल फोन होता है जो कि एक उच्चस्तरीय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित होता है और जिसमें फीचर फोन के मुकाबले अधिक कंप्यूटिंग क्षमता होती है।

Click here to read full article »»

Tags | , , , , , , , , , , ,

बदलाव.....

 

कल मैं बुद्धिमान था इसलिए दुनिया को बदलना चाहता था, आज मैं ज्ञानी हूँ इसलिए स्वयं को बदल रहा हूँ

— जलालुद्दीन मुहम्मद रूमी

 

Click here to read full article »»

Tags | , , ,